M. K. Mazumdar | Dr. mk mazumdar | manoj kumar mazumdar
कोई भी चीज़ आपने आप नहीं मिलती। इसे हासिल करने के लिए मेहनत करना पड़ता है। किसी भी क्षेत्र में सफलता पाना चाहते हैं तो आपको कई गुणा अधिक मेहनत करनी पड़ेगी।
सफल होना चाहते हैं तो औरों से अधिक काम करना होगा। बिना अधिक काम किए आप सफल नहीं हो सकते। मैं नहीं चाहता था कि मेरा जीवन असफल हो। इसलिए मैंने दस गुना अधिक मेहनत की। तब जाकर मुझे सफलता मिली। इन बातों से आप सोच सकते हैं कि मेहनत सफलता की मंजिल है। स्वंय आप यह तय कर लें कि आप औरों से कितना अधिक सफल होना चाहते हैं।
आप उनसे जितना अधिक सफल होना चाहते हैं, आप को उतना अधिक कार्य करना पड़ेगा। उनसे एक गुणा अधिक सफल होना चाहते तो एक गुणा अधिक काम करें। सौ गुणा अधिक सफल होना चाहते हैं तो सौ गुणा अधिक कार्य करें। तभी आप उनकी बराबरी पर पहुंच सकते हैं। पढ़ना एक गुना, चिंतन दो गुना, आचरण चैगुणा और मेहनत सौ गुना। यह एक ऐसा फामूर्ला है जो आपको सफल लोगों की जमात में ले जाकर खड़ा कर सकता है।
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